IMF KYA HAI in HINDI | क्या है इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड और इसका कार्य क्या है?

क्या आपने कभी सोचा है कि IMF KYA HAI in HINDI, हम अकसर सुनते  हैं कि, अगर किसी भी देश को लोन की जरूरत होती है तो वह देश IMF से  लोन लेता है। IMF दुनिया में सभी देश, जिनको पैसों की जरूरत है उसे लोन देती है।

हम न्यूज में सुनते हैं कि, पाकिस्तान को IMF से लोन मिला। लेकिन क्या आप जानते हैं कि IMF क्या है ? आईएमएफ का अर्थ क्या होता है? क्या है इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड और इसका कार्य क्या है? आईएमएफ देशों को पैसे क्यों देता है।



IMF KYA HAI – आईएमएफ क्या है ?

(IMF) इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष। वर्ल्ड वॉर 2 के बाद 190 देशों ने मिलकर एक अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक संगठन बनाया जिसे हम IMF कहते हैं।

IMF kya hai Hindi

IMF का मुख्यालय वॉशिंगटन डीसी में है। IMF की स्थापना 1945 में हुई थी और ये Bretton wood सम्मेलन के दौरान अस्तित्व में आया। IMF को बनाने के पीछे का कारण था, कि अगर दुनिया की किसी भी देश के ऊपर कोई भी आर्थिक समस्या आती है तो उसे देश को आईएफ मदद करेगा।

अगर किसी देश को लड़ाई में या उसके ऊपर कोई प्राकृतिक आपदा आती है। ऐसी स्थिति में उसे देश पर आई हुई आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए IMF को बनाया गया।

IMF KA FULL FORM – आईएमएफ का अर्थ क्या होता है?

IMF KA FULL FORM ( International Monetary Fund) है। IMF in Hindi में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष या इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड बोला जाता है। वर्तमान में IMF में कुल 190 सदस्य देश शामिल है।


IMF का  उद्देश्य और कार्य क्या है?

IMF का प्रमुख उद्देश्य दुनिया भर के देशों पर आई हुई आर्थिक मंदी को ठीक करना है। लेकिन इसके अलावा भी IMF के महत्वपूर्ण उद्देश्य और कार्य हैं।

1. आर्थिक स्थिति सुधारना

IMF का का उद्देश्य है कि किसी भी देश पर आई हुई आर्थिक स्थिति को सुधारना। अगर उसे देश की मुद्रा का मूल्य गिर रही हैं और उसकी आर्थिक स्थिति को बहुत नुकसान हो रहा है। उस देश को IMF Financial assistance देती है। IMF उसे देश की गिरती हुई मुद्रा और आई हुई आर्थिक स्थिति से निकलने में मदद करती है।

2. व्यापार और रोजगार में वृद्धि

देश की आर्थिक स्थिति को वापस ठीक करने के लिए, उस देश के व्यापार में वृद्धि होनी चाहिए। इसका ध्यान रखते हुए  लिए IMF उसे देश को पैसे देती है जिसकी वजह से वह देश अपने व्यापार और रोजगार में वृद्धि ला सके और आर्थिक मंदी से निकल सके।

3. मुद्रा स्थिति में सुधार

किसी भी देश पर जब आर्थिक मंदी आती है, तो उसे देश की मुद्रा गिरने लगती है। IMF उसे देश की मुद्रा को स्थिर करने में मदद करता है।

IMF देश को वित्तीय सहायता प्रदान करके उनकी मुद्रा स्थिति को सुधारने में मदद करता है। इसकी सुझाव से देश को अपनी गिरती हुई मुद्रा को स्थिर करने में सहायता मिलती है।

4. देश के विकास में सहायता

जब भी किसी भी देश पर आर्थिक मंदी आती है, तो सबसे पहले वह देश IMF से लोन मांगता है। आईएमएफ की लोन की वजह से उस देश को अपने ऊपर आई हुई आर्थिक मंदी से निकलने में सहायता मिलती है। इसका जीता जागता उदाहरण पाकिस्तान है। क्योंकि जब भी पाकिस्तान पर कोई भी समस्या आती है, तो वह सबसे पहले आईएमएफ के पास जाता है, पैसे मांगने के लिए।

5. आर्थिक सुरक्षा

IMF देशों पर आई हुई आर्थिक मंदी से सुरक्षा देता है। वह देश को वित्तीय सहायता और नीति सुझाव देकर उन देशों की आर्थिक स्थिति को बेहतर करता है और आने वाली विपदा से उन देशों की सुरक्षा करता है।

इसकी सहायता से देश एक दूसरे की साथ आर्थिक सहयोग में भी जोड़ते हैं। जिससे उसे देश को आर्थिक मंदी से बाहर निकाला जा सके।

6. गरीब देश के लिए सहायता

अफ्रीका में बहुत सारी गरीब देश हैं उन सभी गरीब देश के विकास के लिए और उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए IMF का बहुत बड़ा योगदान है। गरीब देशों के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए और उसे देश की मुद्रा को और ताकतवर बनाने के लिए। IMF उस देश को सुझाव देता है, जिससे उस देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है। वह देश आर्थिक मंदी से धीरे-धीरे बाहर आने लगता है।

7. भविष्य के आर्थिक गिरावट का समाधान

IMF सभी देशों पर आने वाली आर्थिक स्थिति पर नजर रखता है। उसे भविष्य में आने वाली आर्थिक स्थिति का अनुमान लगाने में सहायता मिलती है। भविष्य में अगर किसी भी देश पर आर्थिक मंदी आती है, तो उसे देश को कैसे उस आर्थिक मंदी से बाहर निकाला जाए और उसकी कैसे मदद की जाए इसपर ध्यान देता है।


IMF में भारत की हिस्सेदारी कितनी है?

आने वाले समय में भारत दुनिया के global growth मैं बहुत ज्यादा योगदान देगा। यह माना जा रहा है कि 2030 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी Economy बन जाएगी।

वर्तमान के समय में भारत सोलर फ़ीसदी योगदान देता है। लेकिन यह माना जा रहा है, की 2028 तक भारत दुनिया में 18 फ़ीसदी योगदान देगा। भारत 27 दिसंबर 1945 में आईएमएफ का सदस्य बना।

विकास करते हुए देश की हिस्सेदारी बढ़ रही है। जिससे भारत का जो कोटा है वह 2.75 फ़ीसदी बढ़ गया। जिससे भारत की रैंक तीन अंक बढ़कर आठवीं स्थान पर आ जाएगा।

IMF में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी अमेरिका की है जो की 17.43 है। उसके बाद जापान आता है जो की 6.47 है। यूरोप के अधिकतम देश टॉप 10 में आते हैं जब IMF में हिस्सेदारी की बात आती है।


IMF के लाभ और सफलताएं

1945 में IMF के बनने के बाद उसने दुनिया को बहुत सारी आर्थिक विपदा से देशों को बचाया है। यह है आईएमएफ के लाभ और सफलताएं।

  • IMF का मकसद था, कि दुनिया के देशों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना। यह फैसला सही भी साबित हुआ क्योंकि वर्तमान समय में भी IMF दुनिया के देशों की आर्थिक मदद करता है।
  • IMF देश के economy policies को ताकतवर बनाए रखने में मदद करती है। जिससे उसे देश पर आर्थिक मंदी आने की संभावनाएं कम हो जाए।
  • IMF Foreign exchange control को कम करती है। जिससे विदेश में व्यापार को और बढ़ावा दिया जा सके और देश की आर्थिक स्थिति को तरक्की मिले।
  • प्राकृतिक विपदा आने पर देश की तुरंत सहायता करना और उन्हें पर्याप्त समय देना अपना लोन चुकाने में।
  • तकनीकी सहायता करना यह एक नई नीति है। IMF एक सलाहकार के रूप में काम करता है। देशों को आर्थिक सलाह देता है ताकि उन पर भविष्य में आर्थिक विविधता ना आ सके।

IMF के नुकसान और कमिया

IMF में बहुत सारी कमियां है, क्योंकि इसे शक्तिशाली देश कंट्रोल करते है। ये है कुछ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के नुकसान और कमियां।

  • IMF में अमेरिका की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है जो की 17.43 है। यूरोप के बाकी देशों की हिस्सेदारी इसमें बहुत अधिक है।
  • किसी भी देश की मदद करने से पहले IMF की कुछ शर्तें होती है। अगर वह देश उन शर्तों को मानता है तभी  उसकी मदद करता है।
  • IMF के Decision making process में एक कमी है। जिससे जो ताकतवर देश है, उन्हें तो लाभ मिलता है। लेकिन गरीब देश को उतना लाभ नहीं मिल पाता जितना मिलना चाहिए।
  • कई बार आने वाली बड़ी विपदा को समझने में IMF असफल रहता है। जिससे recission जैसी समस्या आती है।
  • 2008 में IMF के ऊपर भी एक आर्थिक संकट आया था। उस संकट से बाहर निकलने के लिए आईएमएफ ने अपना रिजर्व सोना बेचा था।

FAQ on IMF KYA HAI in HINDI

Q. IMF का अध्यक्ष कौन है

Ans: IMF का अध्यक्ष सुश्री क्रिस्टालिना जॉर्जीवा है।

Q. IMF में कुल कितने देश सदस्य है

Ans: IMF में कुल 190 देश सदस्य है।

Q. IMF का वर्तमान प्रमुख कौन है?

Ans: IMF का वर्तमान बल्गेरियाई अर्थशास्त्री क्रिस्टालिना जॉर्जीवा हैं।

Q. IMF full form in English

Ans: International Monetary Fund

Q. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का मुख्यालय कहाँ स्थित है?

Ans: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का मुख्यालय Washington, D.C., United States मे स्थित है?


Conclusion on IMF kya hai in Hindi

मुझे आशा है की आप ( IMF KYA HAI in Hindi) इस पोस्ट को पढ़कर आप सभी यह जान चुके होंगे कि IMF क्या है? IMF in Hindi  मतलब क्या होता है। यह कैसे कार्य करता है, और कैसे देशों को आर्थिक मंदी से बचाने में मदद करता है।

आने वाले भविष्य में भारत की बहुत बड़ी भूमिका होगी IMF में।

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