Geopolitics kya hai – भू-राजनीति क्या है?

हम सब अकसर  सोशल मीडिया या न्यूज  मे Geopolitics (भूराजनीति) इस शब्द को हमेशा सुनते है , और कभी न कभी हम सबको ये सवाल मन मे आया होगा की Geopolitics kya hai, भू-राजनीति किससे बनती है?

इस ब्लॉग पोस्ट मे हम जानेगे की भूराजनीति क्या है, भू-राजनीति सिद्धांत क्या है, भूराजनीति मे हमारे प्यारे भारत देश का कितना महत्व है। दुनिया के ताकतवर देश की Geopolitics कैसी है। हम अपने भू-राजनीति को कैसे ताकतवर बना सकते है।

Geopolitics meaning in Hindi – भू-राजनीति की परिभाषा

Geopolitics kya hai

Geopolitics (भूराजनीति) दो शब्दों से मिलकर बना है Geo (भू) एंव politics (राजनीति)। भू-राजनीति का अर्थ है की, किसी देश की राजनीति, विदेश नीति और राष्ट्रीय शक्ति को उसके भागोलिक कारकों के साथ जोड़ता है।

Geopolitics एक तरीका है जिससे हम किसी भी देख की foreign policy और international politics को उसके भौगोलिक स्थिति, स्वभाव, और संसाधनों का प्रभाव का अध्ययन कर सकते है।

भू-राजनीति उधारण : भारत और चीन इन दो देशों के बीच का रिश्ता या रूस – यूक्रेन के बीच की लड़ाई।

भू-राजनीति सिद्धांत क्या है?

भू-राजनीति सिद्धांत एक सामाजिक और आर्थिक सिद्धांत है जो व्यक्ति और समाज के भूमि से संबंधित है। क्षेत्र की स्थिति, आकृति इत्यादि का अध्ययन करना, उपरोक्त तत्वों को राजनीति से सम्बन्धित किया जाना।

एक देश की सामाजिक अर्थव्यवस्था और राजनीतिक विकास उसके भौगोलिक स्थिति पर निर्भर करता है। किसी भी देश की भौगोलिक स्थिति उस देश का विकास भी कर सकती है या उसके अविकास भी कर सकती है।

कोई भी देश अपने भू-राजनीति को अपने भौगोलिक स्थिति के अनुसार अपने महत्व को बढ़ा सकता है जिससे उस देश की foreign policy और international politics और भी मजबूत हो सकती है।

भू-राजनीति का जनक कौन है?

भू-राजनीति के जनक में भूगोलज्ञ, इतिहासकार, और समाजशास्त्री विशेषज्ञ शामिल हो सकते हैं, लेकिन भूराजनीति के महत्वपूर्ण विचारकों में हेल्फोर्ड जॉन मैकिण्डर का नाम बहुत ही प्रसिद्ध है।

उनका 1904 में छपा गया लेख “द जियॉग्राफिकल पॉइवट ऑफ हिस्टरी” भूराजनीति के क्षेत्र में एक अद्भुत उदाहरण है। geopolitics शब्द को सन 1930 मे बहुत तेजी से बोले जाने लगा | इसकी सुरुवात Germany से होने लगी, जर्मनी मे राजनीतिक भूगोलवेत्ता का समूह geopolitics शब्द का उपयोग बड़ी तेजी से करने लगे।

जर्मनी मे Hitler तानाशाह के शासन मे foreign policy अपने देश को और बड़ा करना था। इस भूमि के विस्तार से जर्मनी अपनी भू-राजनीति को पूरे दुनिया मे शक्तिशाली करना चाहता था, इसलिए कभी-कभी geopolitics को हिटलर के नीतियों से भी जोड़ा जाता है।

भू-राजनीति कितने प्रकार की होती है?

भू-राजनीति कई प्रकार की हो सकती है, जो उसके भौगोलिक स्थिति पर निर्भर करता है। इनमे से कुछ महत्वपुर्ण भू-राजनीति के प्रकार है :

1. प्राकृतिक भू-राजनीति (Natural Geopolitics)

यहा हम देखते है की किसी भी देश की राजनीति गतिविधि पर प्राकृतिक परिस्थितियों और भौतिक स्वभाव का क्या असर है, कैसे उसके प्राकृतिक परिस्थितियों के कारण उस देश की foreign policy निर्भर करती है।

2. सामाजिक भू-राजनीति (Socio-geopolitics)

यहा हम देखते है की किसी भी देश की सामाजिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों कैसे राजनीतिक और विदेश राजनीति को प्रभावित करती है।

इसमे हम देखते है की किसी भी देश की कार्रवाई, युद्ध, और अन्य राजनीतिक क्रियाए कैसे काम करती है। ये राजनीतिक गतिविधियों को समझने मे मदद करता है।

4. कालभू-राजनीति (Chrono geopolitics)

इसमे हम किसी भी देश के समय के परिवर्तनों के प्रभाव को समझने का प्रयास करते हैं, जिससे भविष्य और भूतकाल को समझ कर अपने लॉइए एक बेहतर foreign policy बना सके।

ये भू-राजनीति के कुछ प्रकार है, जिन्हे हम समझ सकते है इसके अलावा भी कई उधारण है।

What are geopolitical issues – भू-राजनीति की क्या समस्याए है ?

की देश जिनको अपने भौगोलिक स्थिति से फायदा होता है, वो देश की बार युद्ध के वक्त इसका फायदा उठाते है, और अपने दुश्मन देश के खिलाफ इसका उपयोग करते है।

जैसे Central Asia के देशों के पास कच्छ तेल है जिसे वो अपने geopolitics relation मे उपयोग करते है। अपने ताकतवर भू-राजनीति और भौगोलिक स्थिति के कारण वो किसी भी देश को नीचे गिर सकजते है , जो की भू-राजनीति की सबसे बड़ी समस्या है।

जो भी देश के पास natural resource  और military power की शक्ति है वो सारे देशों की foreign policy और international politics बहुत मजबूत होती है। इससे अगर उनका युद्ध किसी भी  देश से होगा तो वो उसका फायदा उठा सकते है।

अगर हम इसका उधारण देखे तो रूस – यूक्रेन के बीच की लड़ाई या इजरायल-फलस्तीन का विवाद।

India’s Geopolitical Importance – भारत के भूराजनीतिक का महत्व

अब हम ये जान चुके है की Geopolitics kya hai, लेकिन हमारे प्यारे भारत देश का कितना महत्व है इस दुनिया मे। क्या भारत की Geopolitics और foreign policy का कोई महत्व है इस दुनिया मे और अगर है तो कितनी है।

भारत देश की foreign policy बहुत की ताकतवर है, क्युकी हम दुनिया की 5th largest Economy है। हमारी Military दुनिया की 2nd largest Military है। इसी के साथ साथ भारत देश G-20 देशों मे आता है। भारत देश QUAD group का भी सदस्य है।

भारत की भू-राजनीति भाऊत ताकतवर है, और अमेरिका , ब्रिटेन , रूस , जापान , ऑस्ट्रेलिया, इसराइल  इत्यादि देश भारत के मित्र मुल्क है। ये मन जा रहा है की सन 2030 तक भारत दुनिया की 3rd largest economy हो जाएगी दुनिया मे और आने वाले भविष्य मे एक विश्व गुरु बने।

Conclusion Geopolitics Kya hai और Geopolitics meaning

इसब्लॉग पोस्ट मे हुमने ये जाना की  Geopolitics kya hai और geopolitics का meaning क्या है। हमने सिख की किसी भी देश की geopolitics उस देश के विकाश मे कितना काम आती है। जिस देश की geopolitics जितनी ताकतवर होगी वो देश उतना ही ताकतवर होगा।

हुमने सीखा की हमारे प्यारे भारत देश की geopolitics और foreign policy कितनी ताकतवर है। मुझे आशा है की अपने इस आर्टिकल से बहुत कुछ सिख होगा, और अपने सारे सवालों के जवाब आपको मिले होंगे।

Leave a Comment